दोस्ती
गम में हसने वालों को रुलाया नहीं जाता
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता
होने वाले होजाते हैं खुदी दिल से अपने
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता
फूल से पहले खुशबू को तो देखो
करनेसे पहले काम को तो देखो
किसी के रूप में दीवाना न बनो
सूरत से पहले उसके दिल को तो देखो
रुकना नहीं चलना ही सीखो
पथिक का चाल चलन तो देखो
करीब आया तो प्यार जताके देखो
पसंद आयातो हाथ मिलाके देखो
सम्झादो अपने यादोंको
वो बिन बुलाये पास आया करती है
आप तो दूर रहकर सतातेहो मगर
वो पास आकर रुलाया करती है
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